रांची
RIMS के चौथे तल्ले से जूनियर डॉक्टर आकाश भेंगरा ने कूद कर जान दे दी। इस समय उनके साथ महिला मित्र भी थी। घटना की सूचना पाकर बरियातू थाना की पुलिस पहुंची। जूनियर डॉक्टर आकाश की मौत तो तत्काल हो गई वहीं पल्लवी नाम की महिला मित्र गंभीर रूप से घायल हो गई है जिसका इलाज चल रहा है। मिली खबरों के मुताबिक, चिकित्सकों ने बताया कि लंबे समय से दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था।
घटना की सूचना पाकर जूनियर डॉक्टर बड़ी संख्या में रिम्स पहुंचे। पुलिस पूरे मामले को अलग-अलग पहलू से जांच कर रही है। दोनों परिवार को इसकी सूचना दे दी गई है। यह घटना हॉस्टल नंबर 4 में हुई। डॉक्टर आकाश ऑर्थोपेडिक डिपार्मेंट से जुड़े हुए थे और पल्लवी नामक की लड़की उनकी महिला मित्र थी। पल्लवी का RIMS से कोई लेना-देना नहीं है। वह हॉस्टल की छत पर आकाश के साथ गई थी। इस संबंध में जांच चल रही है कि आखिर बॉयज हॉस्टल में कोई बाहरी लड़की अपने मित्र से मिलने कैसे आई।
बता दें कि डॉ आकाश की पढ़ाई-लिखाई पहले भी रांची में ही हुई थी। पुलिस फिलहाल मामले को संदेहास्पद मानकर जांच में जुट गई है। जानकारी के मुताबिक पल्लवी के साथ डॉ भेंगरा के फर्श पर गिरने से तेज आवाज हुई थी। इसके बाद वहां सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी एवं कई जूनियर डॉक्टर मौके पर पहुंचे। इसके बाद दोनों को आनन- फानन में ट्रॉमा सेंटर लाया गया। इसके बाद डॉक्टरों की टीम ने इलाज शुरू किया। ट्रॉमा सेंटर में तीसरे तल पर सीसीयू में भर्ती डॉ आकाश भेंगरा को मल्टीपल इंज्यूरी हुई थी। इसके बावजूद ऑन ड्यूटी संबंधित चिकित्सक उपलब्ध संसाधन से उनकी जान बचाने में जुटे रहे। हालांकि तमाम तरह के प्रयासों के बावजूद रात 12।10 बजे डॉ आकाश भेंगरा की मौत हो गई। इलाज के क्रम में सीसीयू पर किसी बाहरी के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी।
छात्रावास संख्या चार में अफरा-तफरी मची
घटना की सूचना मिलने पर बरियातू के थानेदार मनोज कुमार सदल-बल रिम्स के ट्रॉमा सेंटर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। इधर, मामले की जानकारी होने पर रिम्स जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के कई पदधारी एवं सदस्य भी ट्रॉमा सेंटर पहुंचे और जरूरी जानकारी ली। छात्रावास संख्या चार में अफरा-तफरी मची, आनन फानन में हॉस्टल के डॉक्टर्स लेकर पहुंचे। इमरजेंसी रिम्स के छात्रावास संख्या चार में तीसरे तल से फर्श पर डॉ आकाश भेंगरा के संदिग्ध अवस्था में गिरने की जानकारी मिलते ही छात्रों एवं जूनियर डॉक्टरों के बीच अफरा-तफरी मच गई। सभी हड़बड़ी में डॉ भंगरा व युवती को लेकर इमरजेंसी ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। जहां पर उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए सीपीआर दिया गया। इसके बाद बेहतर इलाज के लिए उन्हें तीसरे तल पर क्रिटिकल केयर विभाग ले जाया गया। वहां कुछ देर के इलाज के बाद डॉ भंगरा की मृत्यु हो गई। ट्रामा सेंटर में घायल युवती पल्लवी का इलाज चल रहा है। युवती का कंधा डिस्लोकेट हो गया था। एमआरआई व सिटी स्कैन की रिपोर्ट मिलने पर चिकित्सकों ने पल्लवी को खतरे से बाहर बताया है।
10.40 के बाद जूनियर डॉक्टरों के बीच हलचल
घटना की सूचना मिलते ही रात 10.40 के बाद जूनियर डॉक्टरों के बीच हलचल मच गया। सभी एक- एक कर रिम्स इमरजेंसी ट्रॉमा सेंटर पहुंचते रहे। डॉ आकाश के देहांत की सूचना के बाद देर रात तक बड़ी संख्या में चिकित्सक इमरजेंसी के तीसरे तल पर मौजूद थे। हालांकि उस समय तक जूनियर डॉक्टरों के अलावा रिम्स के कोई भी अधिकारी वहां नहीं पहुंचे थे। वहीं देर रात तक बरियातू थाने की टीम अस्पताल परिसर में ही थी।
रिम्स जूनियर डॉक्टरों के अनुसार डॉ आकाश के साथ छलांग लगाने वाली युवती रिम्स की छात्रा नहीं है, वह कहीं दूसरे जगह की रहने वाली है। हालांकि सभी एक-दूसरे से युवती के बारे में जानकारी लेते रहे पर कोई उसके बारे में सही जानकारी नहीं दे पा रहे थे।